नई दिल्ली. राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस में अंदरूनी घमासान सड़कों पर आ गया है। इस घमासान को जन्म भी कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने दिया है। बार-बार बागी तेवर अपनाने वाले पायलट एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठने के बाद दिल्ली में डेरा डाल लिया है। जहां वो आज पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। सचिन पायलट की पार्टी के वरिष्ठ नेता से मुलाकात का कार्यक्रम अभी तय नहीं है। पार्टी के सूत्रों ने पायलट के पार्टी नेतृत्व से मिलने की संभावना जताई है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व पायलट से मुलाकात कर सकता है।
भूख हड़ताल कर गहलोत सरकार को मुश्किल में डाला!
बीते सोमवार को पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे के सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इस भूख हड़ताल के माध्यम से सचिन पायलट ने गहलोत सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है। हालांकि इस दौरान उन्होंने पार्टी के आदेश की अवेहलना की। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठे सीएम अशोक गहलोत ने आज प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। शहीद स्मारक स्थल पर सचिन पायलट के एक दिवसीय भूख हड़ताल से कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने दूरी बनाए रखी।
गहलोत-पायलट की तकरार फिर सामने आई
पायलट के विरोध शुरू करने के कुछ देर बाद ही सीएम अशोक गहलोत ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया और खुद को गरीबों का समर्थक और आम आदमी का मुख्यमंत्री बताया। गहलोत ने मूल्य वृद्धि को चुनावी मुद्दा घोषित करते हुए कहा की राजस्थान 2029 तक नंबर 1 होगा। राजस्थान में दो शीर्ष नेताओं के बीच सार्वजनिक तकरार ने कांग्रेस को बहुत शर्मिंदा किया है। क्योंकि वह अपने शासन वाले कुछ राज्यों में से एक में चुनाव की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस प्रभारी ने कहा- सचिन ने कभी भी मेरे से बात नहीं की
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि सचिन पायलट का मंगलवार को दिनभर का उपवास पार्टी के हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उनकी अपनी सरकार के साथ कोई समस्या है, तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैं पिछले पांच माह से एआईसीसी प्रभारी हूं और पायलट ने कभी भी मेरे से इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की है। मैं उनके संपर्क में हूं और मैं अब भी शांत बातचीत की अपील करता हूं। क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के लिए एक ऐसेट हैं।
