चूरू. कहते हैं ना कि कला किसी की मोहताज नहीं होती है। यदि किसी चीज के लिए चाह हो तो राह भी आसानी से निकल आती है। ये चाह भी बच्चे के लिए थी। मामला संगीत के क्षेत्र से जुड़ा है। आपने हारमोनियम तो बहुत देखे होंगे लेकिन इतना छोटा कभी नहीं देखा होगा। ये देखकर आप हैरान हो जाएंगे। शहर के अशोक आर्य ने इतना छोटा हारमोनियम बनाया है, जो शायद आपने और कहीं नहीं देखा होगा। अशोक आर्य का हुनर इतना जोरदार है कि उन्होंने सबसे छोटा हारमोनियम बनाया है। इसका वजन भी मात्र एक किलोग्राम है। इसमें सबसे खास बात ये है कि आर्य ने ये हारमोनियम भी बच्चे के लिए इजाद किया है।
बचपन से ही संगीत का शौक रखने वाले अशोक आर्य वाद्य यंत्रों के कारीगर हैं। तेज़ी से डिजीटल होती दुनिया में कंप्यूटर, कीबोर्ड और सिंथेसाइजर जैसे म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट आने के बावजूद अशोक पारंपरिक वाद्य यंत्रों को जीवित बनाए हुए हैं। आर्य ने बताया की उन्होंने अपने छोटे भाई के दो वर्षीय बेटे को हारमोनियम सिखाने की सोची थी, लेकिन दो साल का बच्चा इतने बड़े हारमोनियम को बजा नहीं सका। ऐसे में उन्होंने उसके लिए विशेष रूप से छोटा हारमोनियम बनाने की ठानी, जो कम हवा से भी बजा सके।
रिकॉर्ड में दर्ज है नाम
अशोक ने बताया कि इस छोटे हारमोनियम को बनाने में काफी समय लगा है। जब उन्होंने नेट पर सर्च किया तब उन्हें जानकारी मिली की उनकी ओर से बनाया गया हारमोनियम सबसे छोटे साइज का है। जब इंटरनेट पर अशोक ने अपनी उपलब्धि अपलोड की तो उनके नाम दो रिकॉर्ड में शामिल कर लिए गए।
हारमोनियम का वजन एक किलो
अशोक आर्य की ओर से बनाया गया सबसे छोटा हारमोनियम सामान्य हारमोनियम के 8वें हिस्से के बराबर है। करीब एक किलो वजनी इस हारमोनियम की लंबाई नौ इंच, चौड़ाई छह इंच व ऊंचाई पांच इंच है। अशोक ने बताया कि सबसे छोटा हारमोनियम बनाने पर उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जा चुका है। अवॉर्ड के लिए भी उनको चयनित किया गया है। इसके अलावा, कोहिनूर वल्र्ड रिकॉर्ड बुक में भी आर्य का नाम दर्ज किया जा चुका है।