हिन्दू राष्ट्र को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत दिए बयान पर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि भारत एक हिन्दू राष्ट्र नहीं है, ना ही पहले कभी था। समाजवादी पार्टी के नेता का पहले भी हिन्दू धर्म को लेकर एक बयान आया था, जिसपर काफी बवाल हुआ था और इस बीच उनका ये ट्वीट फिर सुर्खियां बटोर रहा है।
क्या कहा स्वामी प्रसाद ने?
समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार दोपहर को ट्वीट किया कि भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं है, ना पहले कभी था। ये एक संप्रभु राष्ट्र है, हमारा संविधान पंथ निरपेक्ष राष्ट्र की अवधारणा पर आधारित है। भारत के सभी लोग भारतीय हैं। सभी धर्मों, पंथों, सम्प्रदायों व संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व हमारा भारतीय संविधान करता है। सपा नेता ने इसके साथ ही एक स्क्रीननशॉट भी शेयर किया है, जिसमें मोहन भागवत के उस बयान का जिक्र था जिसमें उन्होंने हिन्दू राष्ट्र की बात की है। मोहन भागवत ने कहा था कि भारत में रहने वाले सभी भारतीय हिन्दू हैं और भारत एक हिन्दू राष्ट्र है।
ये भी पढ़ें: महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में पीडि़ता से मिले सीएम गहलोत, सरकारी नौकरी व 10 लाख की आर्थिक सहायता
क्या है मोहन भागवत का बयान?
आरएसएस प्रमुख ने दरअसल शुक्रवार को एक बयान दिया जो सुर्खियों में है। उन्होंने कहा कि सभी को इंडिया शब्द कहने से बचना चाहिए और भारत ही कहना चाहिए। मोहन भागवत ने कहा कि भारत का नाम पहले से चला आ रहा है और इसे ही जारी रखना चाहिए। इसके अलावा एक अन्य भाषण में उन्होंने हिन्दू राष्ट्र को लेकर बात की और कहा कि ये सच्चाई है कि हम हिन्दू राष्ट्र हैं, वैचारिक रूप से सभी भारतीय हिन्दू हैं और हिन्दू का मतलब ही भारतीय है।
भारत हिंदू राष्ट्र नही है, पूर्व में भी कभी हिंदू राष्ट्र नहीं था। भारत अपने आप में एक संप्रभु राष्ट्र है। हमारा संविधान पंथ निरपेक्ष राष्ट्र की अवधारणा पर आधारित है। भारत के सभी लोग भारतीय हैं। सभी धर्मों, पंथो, सम्प्रदायों व संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व हमारा भारतीय संविधान करता… pic.twitter.com/rBhGNTRPPC
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) September 2, 2023
मौर्य के बयान से हो चुके हैं विवाद
अगर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की बात करें तो उन्होंने कुछ वक्त पहले भी हिन्दू धर्म को लेकर बयान दिया था। तब उन्होंने कहा था कि हिन्दू धर्म सिर्फ एक धोखा है, इसकी जड़ें ब्राह्मणवाद से जुड़ी हैं और ये काफी गहरी हैं। इतना ही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरित मानस में काफी कुछ ऐसा लिखा है जिसका कोई मतलब नहीं है। उनके इसी बयान पर विवाद हुआ था और भाजपा सहित अन्य पार्टियों, कई साधु-संतों ने सपा नेता से माफी की अपील की थी। हालांकि, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस विवाद पर चुप्पी साध रखी थी।
