पटना. बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए करीब-करीब 7 साल का समय हो चुका है। वर्ष 2016 में शराब पर प्रतिबंध लगने के बाद अब तक जहरीली शराब पीने से कुल 199 लोग मौत का शिकार हो चुके हैं। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो इसमें जहरीली शराब से हुई संदिग्ध मौतों को भी जोड़ दिया जाए तो ये का आंकड़ा 269 तक पहुंच जाता है। जहरीली शराब से हुई इन मौतों के सिलसिले में 30 केस दर्ज किए हैं, लेकिन इन मामलों में एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया गया है। वर्ष 2016 के गोपालगंज जहरीली शराब कांड में निचली अदालत ने मार्च 2021 में 13 लोगों को दोषी जरूर ठहराया था, लेकिन पटना हाईकोर्ट ने पिछले साल जुलाई में इन सभी को बरी कर दिया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में वर्ष 2016 से 2023 के बीच जहरीली शराब से हुई मौत के मामलों पर पुलिस की 10 पन्नों की आंतरिक सूची का सार दिया गया है। इस लिस्ट में पूर्वी चंपारण का हालिया मामला शामिल नहीं है, जिसमें जहरीली शराब पीने से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपनी हालिया जांच रिपोर्ट में सारण में कुल मौतों को 72 रखा था। इसके राज्य सरकार को नकली शराब से होने वाली मौतों की अंडर-रिपोर्टिंग करने के लिए फटकार लगाई थी।
जांच की गति बेहद धीमी
अखबार के मुताबिक, भले ही नीतीश ने शराब के मामलों में स्पीडी ट्रायल का दावा किया हो, लेकिन पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट देखें तो ऐसा कोई संकेत नहीं मिलता है। अप्रैल 2021 और अप्रैल 2022 के बीच दर्ज सात प्रमुख मामले गवाहों की रिकॉर्डिंग और आरोप तय करने के चरण में हैं। इनमें अप्रैल 2021 का नवादा (21 मौत), जुलाई 2021 का लौरिया, पश्चिम चंपारण केस (12 मौत), नवंबर 2021 का नौतन, पश्चिमी चंपारण केस (10 मौत), नवंबर 2021 का महमदपुर, गोपालगंज केस (10 मौत) और जनवरी 2022 का सोहसराय नालंदा केस (12 मौत) शामिल हैं।
इस ताजा पुलिस रिपोर्ट में मद्य निषेध कानून के उल्लंघन से जुड़े मामलों की स्थिति का जिक्र नहीं है, हालांकि पुलिस रिपोर्टों के अनुसार, शराब कानून के तहत राज्य में अब तक 3.75 लाख से अधिक मामले दर्ज किए हैं और 4.25 लाख से अधिक गिरफ्तारियां हुई हैं। इनमें से 90 प्रतिशत से अधिक मामले शराब के सेवन से संबंधित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की 57 जेलों में करीब 57 हजार कैदियों को रखने की क्षमता है, जबकि 25 हजार से अधिक लोग अब भी शराबबंदी के उल्लंघन के आरोप में बंद है।
