भरतपुर. भ्रष्टाचार कितने चरम पर है। इसकी बानगी सार्वजनिक निर्माण मंत्री के विधानसभा क्षेत्र े में देखने को मिली है। मामला जिले के वैर विधानसभा इलाके की सड़क से जुड़ा है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला सामने आया। वीडियो में ग्रामीण सड़क को हाथों से उखाड़ कर दिखा रहे है। वीडियो में पूरी सड़क की परतें टूटती नजर आ रही हैं। वीडियो के जरिए आम लोगों ने ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। वीडियो में ग्रामीण बता रहे हैं कि रात में रोड़ बनाया और सुबह तक उखड़ गया। भरतपुर जिले के उपखड वैर के माइदपुर गांव को मोरियान का नगला जोडऩे के लिए सड़क निर्मित की गई। यह डामर सड़क खुद हालात बयां कर रही है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग भरतपुर में भ्रष्टाचार कितने चर्म पर है। इस विभाग द्वारा होने वाले घटिया निर्माण कार्यों की शिकायतें पहले भी होती रही है।
2 दिन पहले रात में बनी सड़क सुबह उखड़ी
ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क 2 दिन पहले रात में बना दी गई। सुबह ग्रामीणों को सड़क निर्माण के बारे में पता लगा। जब नई सड़क पर वाहनों का आवागमन शुरू हुआ तो सड़क का उखडऩा शुरू हो गया है। ग्रामीणों के अनुसार करोड़ो रुपए की लागत से बनाई गई सड़क की गुणवत्ता की पोल खुल गई। क्योंकि ग्रामीणों ने अपने हाथों से इस सड़क को उखाड़ दिया। सड़क उखडऩे के बाद नीचे बस मिट््रटी दबी दिखी। वहीं आपको बता दें पीडब्ल्यूडी मंत्री भजनलाल जाटव खुद यहां से विधायक हैं। उनके ही गृह जिले में सड़कों में इस तरह का घोटाला देख ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत के बाद मंत्री ने ठेकेदारों के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
गुणवत्ता पर नहीं रखी नजर
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का दावा था कि वैर के माइदपुर गांव को मोरियान का नगला जोडऩे के लिए बनने वाली सड़क सबसे अच्छी और मजबूत होगी। कागजों में निर्माण का तकनीकी मापदंड उच्चतम क्वालिटी का रखा गया, लेकिन कमिशन के फेर में संबन्धित अधिकारियों ने ठेकेदार से काम टेंडर के अनुसार नहीं करवाया। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर भी समय-समय नजर नहीं रखी। जिसके चलते इस नव निर्मित सड़क खस्ताहाल हो गई. वही जिले मेंबनने वाली अधिकत्तर सड़कों की हालत ऐसी ही है। लेकिन लोगों की शिकायत के बावजूद भी कोई सुनने वाला नहीं है।
