चूरू. राजस्थान के चूरू जिले में एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है। जिसे पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे। आखिर ये मामला गाय और उसके मालिक से जुड़ा है। गाय को लेकर मालिकाना हक का फैसला डीएनए के माध्यम से किया तो असली मालिक को गाय मिल गई। ये मामला चूरू जिले के सरदारशहर कस्बे का है। जिसमें एक गाय () के मालिकाना हक को लेकर दो पशुपालकों में विवाद हो गया। करीब डेढ़ साल तक यह मामला पुलिस फाइलों में घूमता रहा। लेकिन कोई हल नहीं निकला। पुलिस ने इसका पता लगाने के लिए गाय और उसकी मां का डीएनए टेस्ट (DNA Test) कराया। दो दिन पहले इस डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद इस केस का निपटारा हो गया। गाय को उसके असली मालिक को सौंप दिया है।
पुलिस के मुताबिक घटना सरदारशहर के रामनगर बास के वार्ड 1 की है। रामनगर के 70 वर्षीय पशुपालक दुलाराम डारा की गाय करीब 18 माह पहले 8 दिसंबर 2021 को चोरी हो गई थी। इस बीच उसे किसी ग्रामीण ने फोन कर बताया कि उसकी गाय मेरी दुकान के पास खड़ी है। दुलाराम जाकर गाय ले वापस ले आया। दूलाराम गाय लेकर घर पहुंचा तो इसी इलाके का परतुराम और पांच-सात ग्रामीण उसके घर पहुंच गए।
मोबाइल टावर पर चढ़कर पीड़ा जाहिर की दुलाराम ने
पुलिस ने इस संबंध में मामला तो दर्ज कर लिया, लिया लेकिन बला टालने के लिए बाद में उस पर एफआर लगा दी गई। पुलिस की कार्यशैली से नाराज दुलाराम ने 6 माह पहले बीएसएनएल के टावर पर चढ़कर अपनी पीड़ा जाहिर की। संयोग से उसी दिन सरदारशहर उपचुनाव के प्रचार के लिए सीएम अशोक गहलोत वहां आए हुए थे। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। आईजी बीकानेर ने गाय चोरी प्रकरण की जांच बदलकर तारानगर डीएसपी ओमप्रंकाश गोदारा को सौंप दी।
गाय किसकी, पता लागने के लिए कराया डीएनए टेस्ट
गाय के इस प्रकरण की पूरे सिरे से जांच की गई। दुलाराम ने पुलिस को बताया कि गाय की मां भी उसके घर पर ही है। उसकी पुरानी गाय की बेटी (बच्छिया) को उससे जबरन छीना गया है। इस पर पुलिस ने मामले का निपटारा करने के लिए दुलाराम के घर में मौजूद गाय और विवादित गाय का डीएनए टेस्ट करवाया।
हैदराबाद में कराई डीएनए जांच
चूंकि डीएनए की जांच हैदाराबाद होती है। लिहाजा जांच के सैम्पल वहां भेजे गए। वहां से दो दिन पहले इसकी रिपोर्ट आ गई। डीएनए जांच आने के बाद पुलिस ने 20 मई को पूरे मामले का खुलासा करते हुए गाय को अपने असली मालिक दुलाराम डारा के घर पहुंचा दिया।
