चूरू. चूरू पुलिस ने ज्वैलर्स से लूट की जाने की वारदात का रविवार को खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपियों ने सरदारशहर क्षेत्र से दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर 31 मई को हैदराबाद से मुंबई आते समय रास्ते में ज्वैलर्स व्यवसायी से दो करोड़ 62 लाख रूपए की लूट की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इस घटना का खुलासा पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीना ने रविवार शाम प्रेसवार्ता में किया। पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि लाडनूं निवासी हरिराम हैदराबाद तेलंगाना में ज्वैलर्स का काम करता है। वह 31 मई की सुबह ज्वैलरी व्यवसाय को लेकर हैदराबाद से मुंबई आया हुआ था। इस दौरान चार लड़कों ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और 27 लाख रूपए नकद, 20 सोने के बिस्कीट व 15 नग हीरे के आभूषण व्यवसायी से लूट लिए। इस घटना का मास्टर माइंड सवाई डेलाणा सरदारशहर निवासी महेन्द्र सहारण का दोस्त प्रशांत चौधरी था जो सरदारशहर का रहने वाला है। आपको बता दें कि वह हैदराबाद में ज्वैलर्स की दुकान पर नौकरी करता है। महेन्द्र व प्रशांत ने मिलकर लूट की योजना बनाई। जिसके बाद महेन्द्र सहारण, अलखपुरा बोगान सीकर निवासी मनोज नेहरा, महरावणसर भालेरी निवासी किशननाथ व सांवलोद सीकर निवासी अशोक कुमार कार लेकर मुंबई पहुंचे। वहां उन्होंने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर नकदी रूपए व ज्वैलरी को टैक्स चोरी का सामान बताया और उन्होंने व्यवसायी से लूट कर ली। इस लूट की वारदात की बात सामने आने के बाद मुंबई पुलिस अलर्ट हो गई। उन्होंने पड़ताल की तो सामने आया कि इस वारदात को अंजाम देने वाले राजस्थान के ही लोग हैं। इस मौके पर डीएसटी प्रभारी सुरेश कस्वा ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी, मोबाइल लोकेशन, गाड़ी के नंबरों के आधार पर रविवार दोपहर सरदारशहर की देराजसर रोड से सवाई डेलाणा निवासी महेन्द्र सहारण व अलखपुरा बोगान निवासी मनोज को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से एक करोड़ दस लाख रूपए के सोने व हीरे के ज्वैलरी, दस सोने के बिस्कीट व 18 लाख रूपए नकद जब्त कर लिए। प्राथमिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने साथियों के लूट की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को बार्पदा गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों पर पहले भी अपराधिक मामले चल रहे हैं।
