UPSC Result 2022: चरखी दादरी. हरियाणा के चरखी दादरी में गांव झिझंर के बेटे सुनील फोगाट ने आखिरकार जी तोड़ मेहनत के बूते पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। उसने मन में आईएएस बनने की ठानी थी। अपनी जिद को पूरा करने के बाद ही उसने आराम किया। सुनील पर आईएएस का ऐसा जुनून सवार हुआ कि उसने अपना एड्रायड फोन छोड़ दिया। बिना कोचिंग किए इस उपलब्धि को हासिल किया है। सुनील ने तीसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा में 77वीं रैंक हासिल की है।
टारगेट लेकर चल रहे सुनील ने बीटेक के बाद 7 लाख रुपए के पैकेज की नौकरी तक नहीं की। बाद में लेफ्टिनेंट और एसिस्टेंड कमांडर का पद भी उन्होंने ठुकरा दिया था। आखिरकार, सुनील का आईएएस बनने का सपना पूरा हो गया। सुनील की इस उपलब्धि पर गांव में जश्न का माहौल है। परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मिठाइयां बांटी। साथ ही ग्रामीणों ने निर्णय लेते हुए सुनील के गांव लौटने पर सम्मान समारोह करने का निर्णय लिया।
सुनील पहली बार नहीं बैठ पाया था मैन परीक्षा में
दादरी जिला के गांव झिंझर निवासी सुनील पहली बार मेन परीक्षा में नहीं बैठ पाया था। दूसरी बार इंटरव्यू में रह गया था, लेकिन उसने हार नहीं मानी। गांव झिंझर में परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सुनील की उपलब्धि पर मिठाइयां बांटी। उसके गांव लौटने पर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया।
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पिता कर चुके फौज में काम
सुनील के पिता सेना से सूबेदार मेजर के पद से रिटायर्ड हैं। मां गृहिणी हैं। पिता रणबीर सिंह ने बताया कि बेटे की सफलता पर नाज है। बेटा सुनील ने बिना कोचिंग के तीसरी बार में सफलता हासिल की है। सुनील ने आईएएस बनने की ठानी थी, इसलिए सेना में लेफ्टिनेंट व एसिस्टेंट कमांडर की नौकरी भी उसने नहीं की। बीटेक करने के बाद 7 लाख रुपये का पैकेज भी उसने ठुकरा दिया। माता अनिता देवी व दादा मायाराम ने कहा कि बेटे ने परिवार व गांव का नाम रोशन किया है। बेटे की मेहनत के बूते गांव का बेटा आईएएस बनने से उन्हें खुशी है।
